भदोही के औराई में भेड़ चरा रहे युवक और 92 भेड़ों की ट्रेन से कटकर दर्दनाक मौत हो गयी। युवक भेड़ पालन कर पूरे परिवार की आजीविका चलाता था। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। स्थानीय लोगों परिवार को मुआवजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं।
भदोही के औराई कोतवाली क्षेत्र के अहिमनपुर गांव निवासी बिरजू हर रोज भेड़ों को स्टेशन की ओर चराने के लिए ले जाता था। शुक्रवार की सुबह भी वह भेड़ों को लेकर स्टेशनों की ओर चराने के लिए पहुंचा था। इसी बीच ज्ञानपुर में माधोसिंह-रामबागर रेलखंड पर अहिमनपुर स्टेशन के पास प्रयागराज से वाराणसी की ओर से जा रही ट्रेन की आवाज सुनकर भेड़ों में भगदड़ मच गई। भेड़ इधर-उधर भागने लगे। जब तक भेड़ पालक बिरजू उन्हें संभालता, तब तक एक के बाद एक 92 भेड़ों को रौंदते हुए ट्रेन निकल गई। इस हादसे में बिरजू की भी दर्दनाक मौत हो गई।
घटना के बाद भेड़ पालक और उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। बिरजू पाल उर्फ बैजनाथ भेड़ पालन कर पूरे परिवार की आजीविका चलाता था। हर रोज वह भेड़ों को स्टेशन की ओर चराने के लिए ले जाता था। परिवार में भेड़ पालक की तीन बेटियां ही हैं। भेड़ पालन से ही उसके परिवार का खर्चा चलता था। स्थानीय लोगों ने उसे मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
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