शायद आपने बांदा जिले से सटे पन्ना टाइगर रिजर्व की वत्सला के बारे मे सुना हो, काफी समय से वत्सला हथनी एक आकर्षण का केंद्र बनी हुई है,खबर है कि अब वत्सला की उम्र का पता करने के लिए कार्बन डेटिंग तकनीक का प्रयोग होगा,जिसके बाद ये नाम गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड मे दर्ज़ हो जाएगा।
खैर अगर आपको वत्सला की कहानी नहीं पता,तो भी कोई बात नहीं, हम आपको बताते हैं आखिर क्या है इस 100 साल से भी ज्यादा उम्र की हथनी की कहानी।
वत्सला का जन्म केरल मे हुआ था,उसे करीब 50 साल पहले केरल के निलांबुर जंगल से मध्य प्रदेश लाया गया था।जिसके बाद करीब दो दशक तक वो मध्य प्रदेश के बोरी वाइल्ड्लाइफ सेन्चरी मे रही जहां से उसे फिर पन्ना टाइगर रिजर्व भेज दिया गया।
बता दें कि वत्सला दो दशक से पर्यटकों और वन्य जीव प्रेमियों के लिए आकर्षक का केंद्र बनी हुई है। वत्सला की उम्र 105 साल बताई जा रही है। जबकि दुनिया के सबसे अधिक उम्र वाले हाथी लिन वांग ताइवान की 86 वर्ष की आयु में 26 फरवरी 2008 को मौत हो चुकी है।
पन्ना टाइगर रिजर्व के वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. संजीव कुमार गुप्ता बताते हैं कि हथनी को उन्होंने दो बार मौत के मुंह से दो बार बचाया है,उनका कहना है कि हाथी की औसतन उम्र 60 से 70 साल होती है और लगभग 70 वर्ष की आयु तक हाथी के दांत गिर जाते हैं, मैंने वत्सला को दो दशक पूर्व जब पहली बार देखा था तो इसके दांत गिर चुके थे।वत्सला की सही उम्र का पता लगाने के लिए मोलर टीथ का कार्बन डेटिंग कराया जाएगा।
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