हाथरस। जिले में कुत्तों का आतंक काफी बढ़ गया है। 1 महाने में अब तक 1400 लोगों को निशाना बना चुके हैं। जिससे जिले के लोग काफी डरे और परेशान हैं। उधर दिल्ली में भी 2 भाइयों पर हमला कर कुत्तों ने उनकी जान ले ली। वहीं पशु चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि मौसम के बदलाव के कारण ये काफी खतरनाक हो जाते हैं।
हाथरस में शहर से लेकर देहात तक बड़ी संख्या में आवारा कुत्ते गली-मोहल्लों में घूमते रहते हैं। ये कुत्ते आए दिन लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। कुत्ता काटने पर रैबीज का खतरा बढ़ जाता है। इसके डर से सोमवार को करीब 90 मरीजों ने कुत्ता काटने की वैक्सीन लगवाई।
वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि कुत्ता गर्दन और चेहरे के जितने करीब काटता है, रेबीज का खतरा उतना ही ज्यादा अधिक होता है। वहीं अहर शरीर के निचले हिस्से पर कुत्ता काटने पर खतरा कुछ कम रहता है। चिकित्सक डॉ. वरुण चौधरी का कहना है कि कुत्ता काटने पर एआरवी जरूर लगवानी चाहिए।
मौसम के बदलाव से कुत्ते हो रहे खतरनाक
पशु चिकित्सा अधिकारी के मुताबिक, मौसम में बदलाव होने से कुत्तों में तनाव की स्थित पैदा हो जाती है। जिससे कुत्तों का व्यवहार हिंसक हो जाता है। वहीं, समाज के लोगों के व्यवहार से भी कुत्तों के व्यवहार पर प्रभाव पड़ता है। लोग आवारा कुत्तों से अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं। इससे भी कुत्तों के व्यवहार पर प्रभाव पड़ रहा है।
कुत्ते के काटने पर ये करें
पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कुत्ता काटने पर घाव को साबुन और पानी से साफ करना चाहिये। घाव पर एंटीबायोटिक क्रीम लगा लगानी चाहिये। पीड़ित को चिकित्सक के पास लेकर जाएं। एंटी रेबीज वैक्सीन जरूर लगवाएं और देसी दवाओं के चक्कर में बिल्कुल न पड़ें।
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