रामपुर के नवाब के घर में करोड़ों की चल और अचल संपत्ति के बंटवारे को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में मामला चल रहा है। नवाब मुराद मियां की ओर से कथित तौर पर कोठी खास बाग की देखभाल के लिए केयर टेकर एवं मैनेजर नियुक्त किए गए हैं। वहीं दूसरी ओर उनके चचेरे भाई एवं पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खान उर्फ नवेद मियां के बीच लगातार रार चल रही है और वह किसी केयरटेकर एवं मैनेजर को नहीं मानते हैं।
आरोप है कि पूर्व मंत्री ने कोठी खास बाग परिसर में पहुंचने के बाद केयरटेकर को डराया धमकाया जबकि पूर्व मंत्री ने किसी भी केयरटेकर एवं मैनेजर की तैनाती को ही नकार दिया है। ऐसे में नवाब खानदान के दोनों ही परिवारों के सदस्यों के बीच जवानी हमले तेज हो चुके हैं।
रामपुर की रियासत हमेशा ही देश में चर्चा का विषय रही है। इन दिनों यहां पर चल और अचल संपत्ति के बंटवारे को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। बंटवारे कुल 5 संपत्तियों का होना है जिनमें कोठी खास बाग, नवाब रेलवे स्टेशन, कोठी बेनजीर बाग, नवाब के शिकार का कुंडा एवं शाहबाद का लखीबाग शामिल है। कोर्ट को तय करना है कि सभी रिश्तेदारों को किसको किस तरफ का हिस्सा मिलेगा। कोठी खास बाग के बड़े हिस्से पर नवाब मुर्तजा अली खान के बेटे नवाब मोहम्मद अली खान उर्फ मुराद मियां एवं उनकी बेटी शहजादी निगहत बी का कब्जा माना जाता है। वहीं दूसरी ओर इमामबाड़ा सहित कुछ हिस्से पर नवाब जुल्फिकार अली खान के बेटे एवं पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खान का कब्जा माना जाता है। कथित तौर पर नवाब मुराद मियां एवं शहजादी निगहत की ओर से किशनपाल नाम के शख्स को केयरटेकर और कमर मियां को मैनेजर नियुक्त किया गया है।
इस तरह शुरू हुई नवाब परिवार में रार
केयरटेकर किशनपाल का आरोप है कि पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खान उर्फ नवेद मियां अपने कुछ साथियों के साथ कोठी खास बाग परिसर में आते हैं और उसे धमकाना शुरू कर देते हैं। कुछ देर ठहरने के बाद वह वापस लौट जाते हैं इधर पूरी घटना की सूचना मैनेजर कमर मियां के अलावा शहजादी निगहत बी को दी जाती है। यहीं से नवाब खानदान के दोनों परिवारों के सदस्यों के बीच रार शुरू हो जाती है।
शहजादी निगहत बी का कहना है कि जब मामला कोर्ट में चल रहा है तो बंटवारे को लेकर इतनी जल्दबाजी क्यों है। जब फैसला आएगा तो उन्हें भी मानना है और हमें भी मानना है। मगर पूर्व मंत्री नवेद मियां के द्वारा उनके स्टाफ को धमकाना यह बर्दाश्त से बाहर है।
पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खान उर्फ नवेद मियां का कहना है कि प्रॉपर्टी में उनका भी हिस्सा है और वह जब कोठी खासबाग पहुंचे तो वहां पर कुछ बेशकीमती पेड़ कटे हुए थे और जेसीबी खड़ी हुई थी। जब इसके सिलसिले में वहां पर मौजूद दो व्यक्तियों से पूछा गया तो उनमें से एक ने अपने आप को केयरटेकर एवं दूसरे ने अपने आपको मैनेजर बताया। उनके द्वारा दोनों ही शख्सों से केयरटेकर एवं मैनेजर नियुक्त करने के लिखित दस्तावेज मांगे गए तो उन्होंने आनाकानी शुरू कर दी।
रिपोर्ट- मुजस्सिम खान, रामपुर
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