एक वर्ष में 4 लाख 69 हजार मरीजों का इलाज कर महर्षि विश्वामित्र मेडिकल कालेज गाजीपुर स्वास्थ्य सेवा में एक मील का पत्थर लगाया है। मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डा. आनंद मिश्रा के नेतृत्व में चिकित्सकों और नर्सों एवं मेडिकल स्टाफ की टीम ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में 24 घंटे अथक प्रयास कर एक मिसाल प्रस्तुत किया है। अब गाजीपुर की जनता को इलाज के लिए दूसरे जिलों के अस्पतालों में नहीं जाना पड़ेगा। मेडिकल कालेज गाजीपुर में नि:शुल्क और गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध है। इसी के चलते एक वर्षों में मेडिकल कालेज में आने वाले मरीजों की संख्या में 100 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डा. आनंद मिश्रा ने को बताया कि अप्रैल 2021 से लेकर मार्च 2022 तक ओपीडी में दो लाख 34 हजार मरीज देखे गये हैं। वहीं एक वर्ष बाद 2022 से लेकर 2023 तक मरीजों की संख्या दोगुनी यानी 4 लाख 69 हजार हो गयी। 2021-22 में 1500 मेजर सर्जरी हुई तो वहीं 2022-23 में 2500 मरीजों की मेजर सर्जरी की गई। माईनर सर्जरी में 2021-22 में 4800 मरीजों का इलाज हुआ और 2022-23 में 10,000 मरीजों का माइनर आपरेशन हुआ। 2021-22 में 34 हजार मरीजों को भर्ती कर इलाज किया गया और 2022-23 में 64 हजार मरीजों का भर्ती कर इलाज हुआ।
आगे उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में हमारा लक्ष्य है कि मेडिकल कालेज में दूरबीन विधि से सर्जरी, पैथोलाजी विभाग के सहायक आचार्य डा. अभिषेक सिंह के नेतृत्व में हिप्टो पैथोलाजी का शुभारंभ होगा। पांच जून से हार्मोन जांच की सुविधा, मेडिकल कालेज में उपलब्ध हो जायेगी। यह सुविधा डा. संचित तिवारी के अथक प्रयास से शुरु हुई है। मेडिकल कालेज में हार्मोन जांच का शुल्क बाहरी पैथोलाजियों से बहुत ही कम दर पर उपलब्ध होगा। एक अक्टूबर 2023 को पैरामेडिकल कालेज में एक्स-रे टेक्निशियन, ओटी टेक्निशियन, लैब टेक्निशियन के पहले बैच की पढा़ई शुरु हो जायेगी। हमारा प्रयास है कि जनपदवासियों की सेवा के लिए मेडिकल कालेज में स्वास्थ्य संबंधी हर व्यवस्था उपलब्ध करायी जाये जिससे कि सरकार की प्राथमिकताओं को पूरा किया जा सके।
रिपोर्ट- सुशील तिवारी, गाजीपुर
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