Muzaffarnagar: उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में एक कबूतर बाजी का मामला सामने आया है जिसमें थाना चरथावल क्षेत्र के गांव दधेडू निवासी जिशान पुत्र इदरीश जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर को एक प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसने अपने पुत्र मौ० सादिक को विदेश मे रोजगार के लिये भेजना था। जिसके चलते उसने एजेंट महबूब व अरशद निवासी गण नूर मस्जिद के सामने, निकट डॉ० नौशाद, खालापार, थाना कोतवाली, मुजफ्फरनगर जो कि सगे भाई है से संपर्क किया, जिसमें उन्होंने था।
प्रार्थी से कहा कि हम तुम्हारे लडके मौ0 सादिक को सऊदी अरब में आजाद वीजा पर भिजवा देगें इसके लिये 2,50,000/ रूपये का खर्चा होगा। प्रार्थी ने इनका विश्वास कर लिया, और ये लोग माह जनवरी 2023 में प्रार्थी के घर आये और कहने लगे कि अपने लड़के का पासपोर्ट व अभी 80,000/ रूपये दे दो तो प्रार्थी ने इनका विश्वास करके उक्त महबूब व अरशद को 80,000 / रूपये नकद अपने परिवार के सदस्यों के सामने दे दिये तथा असल पासपोर्ट भी इन्हें दे दिया। इन्होंने कहा कि 3 महीने में तुम्हारा सऊदी अरब का आजाद वीजा करा देगें, प्रार्थी व उसके परिवार ने इनकी बातो पर विश्वास कर लिया।
आपको ये लोग वहां से चले गये तथा इन्होनें माह मार्च 2023 में प्रार्थी से पुनः फोन करके कहा कि तुम 20.000/ रूपये ऑनलाईन के माध्यम से हमारे फोन में भिजवा दो, तो प्रार्थी ने अपने गांव के ही बिल्लू निवासी ग्राम दधेडू कला के मोबाईल के माध्यम से उक्त महबूब को दिये, उक्त महबूब व अरशद ने प्रार्थी के व्हाटसअप पर वीजा भेज दिया, जिसे प्रार्थी ने दिखवाया तो पता चला कि उक्त वीजा पर जारी करने की तारीख 24/03/24 दर्ज है, तो प्रार्थी ने उक्त महबूब से फोन करके कहा कि इसमें तो तारीख ही गलत पडी है तो उक्त महबूब ने कहा कि ये गलती से हो गया मैसेज ठीक करवा कर दे दूंगा प्रार्थी प्रार्थी को उसके साथ हुई थाली का आभास हो गया फरार है और उन्हें पैसे देने में आनाकानी कर रहा है।
रिपोर्ट- प्रवेश मलिक, मुजफ्फरनगर
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