लखनऊ। देश में समान नागरिक संहिता लाने की तैयारियां तेज हो गई है और लॉ कमीशन इस पर आम लोगों से विचार विमर्श की प्रक्रिया शुरू कर चुका है। इसी बीच कई पार्टियों और संगठनों ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है। समान नागरिक संहिता पर मुस्लिम धर्म गुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होना संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) के सिर्फ मुसलमान विरोधी नहीं, सभी धर्मों के अपने पर्सनल लॉ हैं। इसकी वजह से लोग अपने पर्सनल लॉ पर अमल नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसा कानून लागू नहीं करना चाहिए, संविधान ने सबको धर्म पर अमल करने की आजादी दी है, मजहब की आजादी पर यूनिफॉर्म सिविल कोड बड़ी रुकावट है।
बता दें कि लॉ कमीशन ने सूचना जारी करते हुए कहा है कि 22वें विधि आयोग ने एक बार फिर समान नागरिक संहिता पर व्यापक स्तर पर लोगों और मान्यताप्राप्त धार्मिक संगठनों के विचार मांगने का फैसला किया है। इसमें रुचि रखने वाले इच्छुक लोग व संगठन सूचना जारी होने की तारीख की 30 दिन की अवधि के अंदर लॉ कमीशन को अपने विचार दे सकते हैं।
Add Comment