Rahul Gandhi Manipur Visit: मणिपुर राज्य में हो रही जातिगत हिंसा के बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में यहां का दौरा किया है। उनका मुख्य उद्देश्य हिंसा प्रभावित लोगों से मिलना और उन्हें सहायता प्रदान करना था। उन्होंने राज्य के विभिन्न हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में जाकर राहत शिविरों का दौरा किया और पीड़ित लोगों से मुलाकात की। उन्होने लोगों से बातचीत करके स्थायित्व के लिए प्रोत्साहन देने और शांति बनाए रखने की अपील की। इसके अलावा, राहुल गांधी ने मणिपुर की सिविल सोसायटी के सदस्यों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना और उन्हें समर्थन दिया।
राहुल गांधी ने अपनी यात्रा के दौरान मणिपुर के विभिन्न हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में जाकर राहत शिविरों का दौरा किया। पहले दिन उन्होंने चुरचांदपुर के राहत शिविरों का दौरा किया, जहां सबसे अधिक प्रभावित हुए लोगों से मुलाकात की गई। दूसरे दिन उन्होंने मोइरांग जिले के राहत शिविरों का दौरा किया।
जहां उन्होंने हिंसा पीड़ित लोगों से मुलाकात की और उनकी दुखभरी कथाएं सुनी। उन्होंने इस दौरान मणिपुर में हिंसा के कारण प्रभावित हुए बच्चों से भी मुलाकात की। उन्हें समर्थन दिया और समाधान के लिए प्रोत्साहित किया।
यह दौरा मणिपुर में हिंसा की स्थिति के प्रति जागरूकता पैदा करने के साथ-साथ समझौते और सौहार्द की बातचीत को प्रोत्साहित करने का महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने शांति की जरूरत को जागृत करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि सभी लोग एकजुट होकर हिंसा को छोड़ें और शांति के लिए साथ मिलकर काम करें।
यह यात्रा मणिपुर की आदिवासी रैली के बाद हुई हिंसा के संबंध में विशेष महत्व रखती है। इससे अबतक 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 40,000 लोग विस्थापित हो चुके हैं। इस परिस्थिति में, राहुल गांधी की यात्रा महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह एक मीडिएटर का संकेत है और शांति और सौहार्द की बातचीत को प्रोत्साहित कर रहे हैं।
राहुल गांधी के दौरे के पहले दिन, उनका काफिला पुलिस द्वारा रोक दिया गया था, जिससे हाई वोल्टेज ड्रामा पैदा हुआ था। यह विवाद बढ़ा और कांग्रेस ने इसे प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा पर हमला करने के लिए उठाया। हालांकि, पुलिस ने बताया कि राहुल गांधी की सुरक्षा के चलते उनका काफिला रोका गया था।
यात्रा के समापन पर, राहुल गांधी ने कहा, "मणिपुर को शांति की जरूरत है। मैं यहां पर शांति देखना चाहता हूँ। मैंने पीड़ित लोगों से मिलकर देखा है कि वे शांति चाहते हैं और समाधान की उम्मीद रखते हैं।
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