बीजेपी के वरिष्ठ विधायक के एस ईश्वरप्पा ने विधानसभा सत्र में भाग लेने के लिये एक अनोखी शर्त रखी है। उन्होंने कहा है कि जब तक उन्हें मंत्री नहीं बनाया जाता, तब तक वह विधानसभा सत्र में भाग नहीं लेंगे।
आपको बता दें कि शिवमोगा से विधायक ईश्वरप्पा ने इस साल की शुरुआत में उडुपी के एक होटल में बेलगावी के एक ठेकेदार संतोष पाटिल की आत्महत्या के बाद ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। इस मामले में उन पर 40 प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप लगाया गया था।
ईश्वरप्पा ने पत्रकारों से बताया कि ठेकेदार आत्महत्या मामले में जांच एजेंसी द्वारा क्लीन चिट दिए जाने के बावजूद उन्हें मंत्री पद से वंचित किया जा रहा है। वरिष्ठ विधायक ने कहा कि वह बेलागवी जाएंगे, लेकिन जहां विधानमंडल का सत्र चल रहा है, उसमें भाग नहीं लेंगे।
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