उत्तर प्रदेश में इंफ्लुएंजा वायरस को लेकर लोगों की चिंताएं बढ़ने लगीं हैं। कोरोना की तरह ये वायरस भी खतरनाक साबित हो रहा है। गाजियाबाद में इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है और इमरजेंसी में बेड रिजर्व करने के निर्देश दे दिए हैं।
गाजियाबाद में हजारों लोग इंफ्लुएंजा वायरस से पीड़ित हैं। रोज लगभग 300 नए मरीज सामने आ रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अब तक इंफ्लुएंजा का कोई गंभीर मामला सामने नहीं आया है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है और इमरजेंसी में बेड रिजर्व करने के निर्देश दे दिए हैं।
संक्रमितों में देखे जा रहे ये लक्षण
बताया जा रहा है कि इंफ्लुएंजा वायरस H3N2 से पीड़ित मरीजों में बुखार, खांसी, जुकाम और सिरदर्द की समस्या देखी जा रही है। यह संक्रमण कोरोना की तरह ही फैलता है और इसके लक्षण भी मिलते जुलते हैं लेकिन यह वायरस ज्यादा गंभीर है। इंफ्लुएंजा को लेकर शासन स्तर से गाइडलाइन तैयार की जा रही है जिसे जल्द ही जारी कर दिया जायेगा।
इन मरीजों को हो सकती है ज्यादा समस्या
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि इंफ्लुएंजा संक्रमण में होने वाली खांसी की परेशानी बुखार उतरने के बाद भी तीन सप्ताह तक बनी रह सकती है। जिसके कारण सांस लेने में परेशानी हो सकती है। संक्रमण में सूखी और गीली दोनों तरह की खांसी होती है। खांसी होने पर कुछ देर तक लगातार उठती रहती है और मरीज का सांस फूल जाता है। ऐसे में जिनके फेफड़े कमजोर हैं, उन्हें गंभीर परेशानी हो सकती है।
स्वास्थ्य विभाग ने दी यह सलाह
इस खतरनाक वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी लोगों को मास्क लगाने और हाथों की ठीक से सफाई करने की सलाह दी है। डीएसओ डॉ. आरके गुप्ता का कहना है कि मास्क का प्रयोग वायरल संक्रमण से बचाव में खासा सहायक होता है। इसके साथ ही हाथों को लगातार साफ करते रहने से भी वायरल संक्रमण का खतरा कम रहता है। अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों को भी इसके लिए जागरूक किया जा रहा है।
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