इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी को अवैध बताया जिसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान इमरान खान ने अपने साथ हुए दुर्व्यवहार को बताया। चीफ जस्टिस के सामने अपना दर्द बयां करते हुए पूर्व पीएम ने कहा कि उनके साथ आतंकियों जैसा व्यवहार किया गया, गिरफ्तार करने के लिए कमांडो भेजे गए।
सुप्रीम कोर्ट के तीन जजों के सामने इमरान खान ने बताया कि उन्हे कोर्ट रूम से अगवा किया गया। जब उन्होंने वारंट मांगा तो उन्हें वारंट नहीं दिखाया गया और उनके साथ मारपीट की गई। उन्हें डंडों से पीटा गया। कभी उन्हें पुलिस लाइन ले जाया गया तो कभी कहीं और ले जाया गया। पूर्व पीएम ने कहा कि उन्हें एक बार भी उनकी गलती नहीं बतायी गयी। वह चाहते थे कि चुनाव और जनता अपना प्रतिनिधि चुनें। इस दौरान चीफ जस्टिस ने इमरान को सियासत की बातें करने से रोका और कहा कि उनकी गिरफ्तारी के बाद देश में हिंसा की घटनाएं हुई हैं, वह देश में शांति चाहते हैं। उन्हें देखकर खुशी हुई।
गौरतलब है कि इस्लामाबाद हाईकोर्ट के परिसर से इमरान खान को रेंजर्स ने गिरफ्तार किया था। उन्हें अल-कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार किया था। इस दौरान सोशल मीडिया पर उनकी गिरफ्तारी का वीडियो भी सामने आया था, जिसमें रेंजर्स को उन्हें धकेलते और दुर्व्यवहार करते देखा गया। जिसके बाद से पाकिस्तान में गृहयुद्ध जैसे हालात बने हुए हैं।
वहीं, इमरान खान की ओर से उनकी गिरफ्तार को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गयी थी। जिस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान को हाईकोर्ट के परिसर से गिरफ्तारी को न्यायपालिका की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाला बताया है।
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