बुधवार, 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद के पटल पर सालाना बजट पेश किया , निर्मला सीतारमण ने टैक्स कटौती के साथ ही तमाम बड़ी घोषणा की इनमे मध्यम वर्ग को साधते हुए , बजट में 7 लाख सालाना आय पर कर में छूट का प्रावधान किया , महिलाओं के लिए सम्मान बचत पत्र योजना शुरू करने की घोषणा की , साथ ही कई ऐलान किसानो , बुजुर्गो व युवाओं से जुड़ीं कई योजनाओं का ऐलान किया .
बजट पर तमाम विपक्ष ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए, इसे आगामी चुनावों के लिए जुमला करार दिया. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसे निराशावादी व कुछ ख़ास लोगों को फायदा पहुँचाने वाला बताया , उन्होंने ट्वीट करके लिखा
भाजपा अपने बजट का दशक पूरा कर रही है पर जब जनता को पहले कुछ न दिया तो अब क्या देगी।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 1, 2023
भाजपाई बजट महंगाई व बेरोज़गारी को और बढ़ाता है। किसान, मज़दूर, युवा, महिला, नौकरीपेशा, व्यापारी वर्ग में इससे आशा नहीं निराशा बढ़ती है क्योंकि ये चंद बड़े लोगों को ही लाभ पहुँचाने के लिए बनता है।
“भाजपा अपने बजट का दशक पूरा कर रही है पर जब जनता को पहले कुछ न दिया तो अब क्या देगी। भाजपाई बजट महंगाई व बेरोज़गारी को और बढ़ाता है। किसान, मज़दूर, युवा, महिला, नौकरीपेशा, व्यापारी वर्ग में इससे आशा नहीं निराशा बढ़ती है क्योंकि ये चंद बड़े लोगों को ही लाभ पहुँचाने के लिए बनता है”
बजट पेश होने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती बजट की आलोचना करते हुए भाजपा पर जमकर बरसीं , उन्होंने बजट को जूठी उम्मीदों से भरा बताते हुए कहा कि
“इस वर्ष का बजट भी कोई ज्यादा अलग नहीं। पिछले साल की कमियाँ कोई सरकार नहीं बताती और नए वादों की फिर से झड़ी लगा देती है जबकि जमीनी हकीकत में 100 करोड़ से अधिक जनता का जीवन वैसे ही दाव पर लगा रहता है जैसे पहले था। लोग उम्मीदों के सहारे जीते हैं, लेकिन झूठी उम्मीदें क्यों?”
1. देश में पहले की तरह पिछले 9 वर्षों में भी केन्द्र सरकार के बजट आते-जाते रहे जिसमें घोषणाओं, वादों, दावों व उम्मीदों की बरसात की जाती रही, किन्तु वे सब बेमानी हो गए जब भारत का मिडिल क्लास महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी आदि की मार के कारण लोवर मिडिल क्लास बन गया, अति-दुखद। 1/4
— Mayawati (@Mayawati) February 1, 2023
आप नेता संजय सिंह ने आम बजट पर अपनी प्रतिक्रिया ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कविता के माध्यम से तंज़ कसा “यह बजट , न किसान , न जवान , न नौजवान बजट में किसी के लिए नही कोई प्रावधान, अमृत काल में अमृत के लिए तरस रहा है आम इन्सान , पूंजीपतियों कि लुट हुई आसान”.
न किसानो की MSP बढ़ी।
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) February 1, 2023
न नौजवानों को रोज़गार मिला।
लेकिन ये मोदी जी का अमृत काल है।
निर्मला जी कह रहीं हैं “प्रतिव्यक्ति आय दोगुनी हो गई”
किसकी?
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