तुर्की में भूकंप का सिलसिला आज 7 फरवरी को भी जारी है , समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार , मध्य तुर्की में 5.6 तीव्रता के झटके से भूकंप आया ,बता दें तुर्की व सीरिया के इलाके में 6 फरवरी 2023 की सुबह करीब सवा चार बजे 7.8 तीव्रता का भूकंप आया. इसका केंद्र गजियांटेप इलाके में था. यह भूकंप इतना भयावह था कि हजारों जिंदगियों को लील गया, लगातार तीन झटके 7.8,7.6 और 6.0 तीव्रता के तीन भूकंप ने तबाही मचाई, मरने वालों की संख्या का अभी तक साफ़ नही है, यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है , सबसे नए आंकड़ों के मुताबिक , तुर्किये-सीरिया में मरने वालों कि संख्या 4800 हो गई है और 15000 घायल हुए हैं.
तुर्कीय पर मंडराता रहता है भूकंप का साया-
भूकंप के झटकों से तुर्की और उसके इलाके बार-बार हिलते है। आपदा और आपातकालीन प्रबंधन प्राधिकरण (एएफएडी) के अनुसार, 2020 में ही इस क्षेत्र में लगभग 33,000 भूकंप दर्ज किए गए। इनमें से 332 भूकंप 4.0 और इससे अधिक तीव्रता के थे।
तुर्की एनाटोलियन टेक्टोनिक प्लेट पर स्थित है, जो यूरेशियन और अफ्रीकी प्लेटों के बीच स्थित है। उत्तर की ओर, छोटी अरबी प्लेट आगे मूवमेंट को रोकती है। एक फॉल्ट लाइन - नॉर्थ एनाटोलियन फॉल्ट (NAF) लाइन, यूरेशियन और एनाटोलियन टेक्टोनिक प्लेट्स का मिलन बिंदु - "विशेष रूप से विनाशकारी" के रूप में जाना जाता है। NAF, दुनिया में सबसे अच्छी तरह से समझी जाने वाली गलती प्रणालियों में से एक है, जो इस्तांबुल के दक्षिण से उत्तरपूर्वी तुर्की तक फैली हुई है, और इसने अतीत में विनाशकारी भूकंपों का कारण बना है। 1999 में ही इसके कारण दो भूकंप आए - 7.4 और 7.0 तीव्रता के प्रत्येक - गोलकुक और ड्यूज प्रांतों में। लगभग 18,000 लोग मारे गए और 45,000 से अधिक घायल हुए। 2011 में फिर से, 500 से अधिक लोग मारे गए जब 7.1 तीव्रता के भूकंप ने वान के पूर्वी शहर को हिलाकर रख दिया।
शोधकर्ता ने किया तुर्की-सीरिया में भूकंप को लेकर किया 3 दिन पहले ही ट्वीट –
नीदरलैंड शोध संस्था में काम करने वाले शोधकर्ता फ्रैंक हूगरबीट्स ने 3 फरवरी को भूकंप के झटके के बारे में भविष्यवाणी की थी. उनका तीन दिन पुराना ट्वीट वायरल हो रहा जिसमे हूगरबीट्स ने इतनी ही तीव्रता वाले भूकंप की आशंका जताई थी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि निकट भविष्य में, दक्षिण-मध्य तुर्की, जॉर्डन, सीरिया, लेबनान में 7.5 तीव्रता का भूकंप आएगा.
भारत ने भेजी तुर्किये को राहत सामग्री -
भारत से भूकंप राहत सामग्री की पहली क़िस्त आज तुर्किये पहुंच गई है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस से तुर्किये के लिए पहला सामग्री का जत्था रवाना हुआ।
भारतीय सेना ने अपनी मेडिकल टीम को तुर्की भेजा है. इस टीम में 89 सदस्य हैं. तुर्की में प्रभावित क्षेत्रों में इंडियन आर्मी फील्ड हॉस्पिटल की सविधा मुहैया कराएगी. इनमें एक आर्थोपेडिक सर्जिकल टीम,एक जनरल सर्जिकल स्पेशलिस्ट टीम, मेडिकल स्पेशलिस्ट टीमों के अलावा अन्य मेडिकल टीमों को शामिल किया गया है. ये टीम 30 बिस्तरों वाली चिकित्सा सुविधा स्थापित करने के लिए एक्स-रे मशीन, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र, कार्डिएक मॉनिटर और संबंधित उपकरणों से लैस है.
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