नई दिल्ली। गोवा में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की दो दिवसीय बैठक गुरुवार को आयोजित की गयी। इस बैठक में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी और अन्य सदस्य देशों के विदेश मंत्री शामिल हुए। इस दौरान भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बिलावल भुट्टो के सामने आतंक के मुद्दे पर पाकिस्तान को जमकर लताड़ा। वहीं, पाकिस्तान लौटने के बाद बिलावल भुट्टो ने भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने अपने देश लौटने के बाद कहा कि पाकिस्तान की आलोचना किया जाना भारत की अपनी असुरक्षा की भावना को दर्शाता है। भारत की सत्ताधारी पार्टी भाजपा हर मुस्लिम को आतंकी साबित करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि शंघाई सहयोग संगठन सदस्य देशों के सामने कश्मीर का मुद्दा रखा गया। कश्मीर को लेकर उनका रुख अभी भी वही है। भुट्टो ने कहा कि उन्होंने अपने देश में बैठकर कश्मीर का मुद्दा उठाया है, लेकिन जब तक भारत अपना एकतरफा फैसला वापस नहीं लेता, तब तक बात नहीं बनेगी।
भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए भुट्टो ने कहा कि भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर भाजपा की भावना का प्रतिनिधित्व कर रहे थे जो मुस्लिमों के खिलाफ नीतियों को बढ़ावा देती है और भारत की सत्ताधारी पार्टी भाजपा और आरएसएस उन्हें और हर पाकिस्तानी को 'आतंकी' घोषित करना चाहती है।
बता दें कि भारत के विदेश मंत्री एस. शंकर ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो को आतंकी इंडस्ट्री का प्रवक्ता करार दिया था। उन्होंने दो टूक कहा कि आतंक के पीड़ित देश और साजिशकर्ता देश के बीच बातचीत नहीं हो सकती। वहीं, बैठक के दौरान भारतीय विदेश मंत्री ने जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बताया है। इसी के साथ पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर जी-20 सम्मेलन पर आपत्ति जताने पर उन्होंने कहा कि उसका इससे कोई संबंध नहीं है।
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